Saturday 13 June 2015

Dil se 26

जिन्दगी में अगर तवायफ होती,
तो तू सायद मेरे साथ ना होती,
दिल के बाजार में दिल टूटने की बात ना होती,
रोज  तेरी याद में, ये शाम अधुरी ना होती।

हर जख्म पर कोई नयी कहानी ना होती,
हर बार इक नयी बोतल मेरे साथ होती,
देके मीठा  दर्द  मेरी जिन्दगी में,
तूझसे अच्छी कोई बात ना होती ।

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