dil ki hasaratey tamam hai
जिन्दगी दर बदर यू ही चलती रही, बचपन की यादें भी चमकती रही; कुछ लम्हों; मौसमों ने भी करवट बदला, दिल ने भी मन को समझाना शुरू कर दिया । सादगी भरी इस दुनिया में, आप को तूम कहने में, बडबोलापन समझ लिया ।
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