Monday 2 February 2015

dil ki16(saath na.....)

साथ न छूटे प्यार ना टूटे,

दिलो के बीच ,घरद्वार ना टूटे ,

दो पल की ज़िन्दगानी मे ,

पलकों से कभी आँसू ना रूठे।

कम भी नहीं ,कुछ ज्यादा भी नहीं ,

प्यार भरे आँगन से,भवन कुछ नहीं ,

इंसानियत का जज्बा हो,

मूक ना बने ,ना दर्सक हो ,

कुछ कहने  सुनने की फ़रमाइश हो ,

हरपल जिंदगी मे कुछ अंगड़ाई हो।




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