dil ki8@
दिल मे यादो को साजो कर इक बसेरा बना रखा
दुनिया से दूर रहने का इक बहाना बना रखा
दस्तक देता कोई अगर चुपके से उनकी यादें
बदनाम हो ,उनके लिए किनारा बना रखा।
गर भूल कर मज़लिस मे उनकी याद आई ,
अपने लिए इक तमासा बना रखा।
कुछ कहे उनकी यादें
उससे पहले ,
जाम को होटों पर लगा ,
मुस्कुराना सीख़ गया।
No comments:
Post a Comment